अमेरिका का बिग ब्यूटीफुल बिल पास, एलन मस्क नाराज क्यों?

इस बिल के तहत करदाताओं को भारी राहत दी गई है, खासतौर पर टिप्स, ओवरटाइम और सोशल सिक्योरिटी इनकम पर टैक्स माफ किया गया है. इसके साथ ही चाइल्ड टैक्स क्रेडिट बढ़ाया गया है. हालांकि इसकी भरपाई के लिए मेडिकेड (सरकारी हेल्थ प्रोग्राम) और स्नैप SNAP (फूड स्टैम्प्स) जैसी कल्याणकारी योजनाओं में कटौती की गई है.
– ये बिल मिडिल क्लास को टैक्स में राहत देगा लेकिन गरीबों की परेशानी को बढ़ा देगा.
टैक्स में राहत
टिप्स, ओवरटाइम
सोशल सिक्योरिटी पर टैक्स नहीं लगेगा
मध्यम और उच्च मध्यम वर्ग के लिए टैक्स दरों में कटौती.
चाइल्ड टैक्स क्रेडिट को बढ़ाया गया.
अमेरिका की सीनेट और फिर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने इसे बहुत मुश्किल से पास किया है. इसका विरोध भी खूब हुआ लेकिन अब ये कानून बन गया है. (news18)
बिल में रक्षा और सीमा सुरक्षा में बजट को काफी बढ़ाया गया है. ICE, सीमा सुरक्षा, और मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए भारी फंडिंग की गई है. इससे 10 साल में घाटा 2.8-3.9 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ेगा.
– ट्रंप इस बिल के जरिए मध्यम वर्ग और कामकाजी अमेरिकी परिवारों को खुश करना चाहते हैं. उनकी रणनीति है कि जिन वोटर्स को 2024 के चुनाव में अपनी तरफ करना है, उन्हें टैक्स छूट और आर्थिक राहत दी जाए.
ट्रंप ने इसे “अमेरिकन वर्कर्स के लिए जीत” बताया है. मेडिकेड और फूड स्टैम्प कटौती को लेकर उनका कहना है कि सरकार आलसियों को मुफ्त में खिलाना बंद करेगी और इससे मेहनती करदाताओं का पैसा बचेगा.
– अंदरखाने खुद रिपब्लिकन पार्टी में भी इस बिल को लेकर असहमति है. कई रिपब्लिकन सांसदों का मानना है कि इससे सरकार को बहुत घाटा होगा. इतना भारी घाटा देश को आर्थिक रूप से कमज़ोर कर देगा.तीन रिपब्लिकन सीनेटर्स ने तो इसके खिलाफ वोट दिया है.मेडिकेड और स्नैप में कटौती से गरीब, ग्रामीण और बुजुर्ग अमेरिकियों की मुश्किलें बढ़ेंगी. इससे लंबी अवधि में आर्थिक खतरा बढ़ेगा. मुद्रा स्फीति, ब्याज दर और कर्ज संकट की आशंका है.
डोनाल्ड ट्रंप के इस नए कानून को पूरी तरह से सियासी माना जा रहा है, जिससे वह बड़े पैमाने पर अमेरिका के मिडिल क्लास को खुश करेंगे. बेशक गरीब और गांव के लोग इससे नाराज होंगे लेकिन लगता है कि ट्रंप को इससे फर्क नहीं पड़ेगा. (news18)
– एलन मस्क ट्रंप के इस बिल के प्रबल विरोधी हैं और उन्होंने इसे बहुत खराब और घिनौना कदम तक कहा है. मस्क का कहना है कि इससे अमेरिका कर्ज के दलदल में और फंस जाएगा. इस बिल में टेस्ला जैसी कंपनियों को मिलने वाली इलेक्ट्रिक व्हीकल और ग्रीन एनर्जी सब्सिडीज खत्म कर दी गईं. इससे मस्क की कंपनियों को बड़ा नुकसान होगा.
इस नए कानून से एलन मस्क बहुत नाराज हैं. क्योंकि इससे उनकी इलैक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनियों को बहुत घाटा होने जा रहा है. (Credit- Reuters)
सवाल – क्या ट्रंप और मस्क के बीच निजी टकराव भी है?
सवाल – इस बिल का आम अमेरिकियों की जिंदगी पर क्या असर होगा?
सवाल – क्या इस बिल से ट्रंप को चुनाव में फायदा मिलेगा?
सवाल – अमेरिका के अखबार और एक्सपर्ट इस बिल पर क्या रिएक्शन दे रहे हैं?
द न्यूयार्क पोस्ट का कहना है कि घाटे के आंकलन के बाद भी ट्रंप ने ये बिल 4 जुलाई तक पारित कराने पर जोर दिया. बिजनेस इनसाइडर ने बिल को अलोकप्रिय बताया. फाइनेंशियल टाइम्स ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया. ये लिखा कि भविष्य में यह बिल “आर्थिक चूक” साबित हो सकता है. वॉक्स के विश्लेषक एंड्यूर प्रोकॉप ने कहा, यह “टैक्स कट, सुरक्षा योजनाएं, ग्रीन एनर्जी को नुकसान और $3 ट्रिलियन तक कर्ज” वाला बिल है. यह “डेमोक्रेटिक या गरीब–समर्थित प्रोग्रामों को निशाना बनाता है” और लोगों को बांटता है. एक्सपर्ट्स और थिंक टैंक ने इसे घाटा लाने वाला और वित्तीय आत्महत्या करने वाला बताया. एक सर्वे में लगभग 55–60% अमेरिकियों ने इस बिल का विरोध किया; केवल 29–38% ही समर्थन में रहे. पिऊ रिसर्च के सर्वे के अनुसार, 49% ने माना कि यह बिल देश के लिए बहुत नकारात्मक है.