महाराष्ट्र

महाराष्ट्र मौसम समाचार (28 अक्टूबर 2025): विदर्भ क्षेत्र में चक्रवात मोंथा के प्रभाव से भारी और बेमौसम वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए किसानों और नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

महाराष्ट्र मौसम समाचार:
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का पूरा ध्यान ‘मोंथा’ चक्रवात पर केंद्रित है, किंतु इसका प्रभाव महाराष्ट्र पर भी पड़ रहा है। समुद्री हवाओं की दिशा और उनकी तीव्रता से राज्य के कई भागों में मौसम में परिवर्तन देखा जा रहा है। आगामी 48 घंटों में राज्य के तटीय क्षेत्रों में तेज़ हवाओं के साथ वर्षा होने की संभावना है। वहीं, विदर्भ क्षेत्र में भी वर्षा की मात्रा बढ़ने की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है।

कहाँ जारी किया गया है सतर्कता का विशेष संकेत?

दक्षिण कोंकण से लेकर गोवा तक के तटीय इलाकों में हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की संभावना है। गर्जन-तड़ित (बिजली और गरज) के साथ वर्षा हो सकती है। समुद्र में ऊँची लहरें उठने के कारण तटीय क्षेत्रों के लिए विशेष सतर्कता जारी की गई है।
उत्तर कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी तेज़ हवाओं के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने का अनुमान है। अगले 24 घंटों में विदर्भ क्षेत्र में वर्षा की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। इस दौरान बुलढाणा, अकोला, वाशिम, अमरावती, वर्धा, नागपुर, भंडारा और गोंदिया जिलों में बिजली की गर्जना के साथ वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
पश्चिम महाराष्ट्र के सातारा, कोल्हापुर के घाट क्षेत्रों तथा उत्तर महाराष्ट्र के नाशिक और अहिल्यानगर जिलों में भी हल्की-फुल्की वर्षा के आसार हैं।

मुंबई और उपनगरों का मौसम पूर्वानुमान

मुंबई और उसके उपनगरों में सोमवार सायंकाल के बाद से ही तटीय भागों में तेज़ हवाओं के साथ वर्षा देखी गई। अगले 24 घंटों तक यह स्थिति बनी रहने की संभावना है। समुद्री हवाओं का प्रभाव शहर के मौसम पर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। आसमान में बादल छाए रहेंगे और वातावरण में उमस बनी रहेगी। उपनगरीय क्षेत्रों में भी यही स्थिति रहेगी तथा चक्रवात के हल्के प्रभाव के कारण कुछ स्थानों पर झमाझम वर्षा हो सकती है।
नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, वहीं समुद्र में ऊँची लहरें उठने के कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।


सामान्य प्रश्न (FAQ)

प्रश्न: अतिदक्षता (विशेष सतर्कता) का इशारा कहाँ जारी किया गया है?
उत्तर: दक्षिण कोंकण से गोवा तक के तटीय क्षेत्रों में विशेष सतर्कता जारी की गई है। यहाँ हवा की गति 40–50 किमी प्रति घंटे तक रहेगी और गर्जन-तड़ित के साथ वर्षा होने की संभावना है। समुद्र उफान पर होने के कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

प्रश्न: विदर्भ क्षेत्र में वर्षा का क्या पूर्वानुमान है?
उत्तर: अगले 24 घंटों में विदर्भ में वर्षा का जोर बढ़ेगा। बुलढाणा, अकोला, वाशिम, अमरावती, वर्धा, नागपुर, भंडारा और गोंदिया जिलों में गर्जन-तड़ित के साथ वर्षा की संभावना है।

प्रश्न: पश्चिम और उत्तर महाराष्ट्र में वर्षा की क्या संभावना है?
उत्तर: पश्चिम महाराष्ट्र के सातारा, कोल्हापुर घाट क्षेत्रों और उत्तर महाराष्ट्र के नाशिक व अहिल्यानगर में हल्की वर्षा होने की संभावना है। यह सागरी हवाओं के प्रभाव से होने की उम्मीद है।

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