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indian army reiterate no chinese components will be used in indigenous drones and other defence equipments ann


Indian Army on Indigenous Drones: भारतीय सेना ने एक बार दोहराया है कि स्वदेशी ड्रोन और दूसरे सैन्य उपकरणों में चीनी पार्ट्स का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. पिछले कुछ सालों से भारत ने साफ तौर से कहा है कि हथियारों और दूसरे सैन्य उपकरणों में चीनी सामान का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना ने एक बार फिर चीनी स्पेयर पार्ट्स को लेकर अपना रुख साफ किया है.

शुक्रवार (4 जुलाई, 2025) को आर्मी डिजाइन ब्यूरो (ADB) के प्रमुख मेजर जनरल सीएस मान ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिछले साल भारतीय सेना ने एक फ्रेम-वर्क तैयार किया है. रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिलते ही सभी स्वदेशी ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम का ऑडिट किया जाएगा ताकि चीनी सामान का पता लगाया जा सके.

सैन्य उपकरणों में चीनी सामानों के इस्तेमाल को लेकर भारतीय सेना सख्त

रक्षा मंत्रालय भी जल्द ही एक ऑडिट टीम का गठन करने जा रही है, जो हथियारों और खासतौर से ड्रोन में चीनी सामान के इस्तेमाल होने का पता लगाएगी. साथ ही प्राइवेट कंपनियों को भी आगाह किया गया है कि सेना के लिए जरूरी टेंडर में हिस्सा लेते वक्त सुनिश्चित किया जाए कि उनके उपकरणों में चीनी सामान का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इसके बावजूद, कई बार ऐसी शिकायतें सामने आई हैं, जहां स्वदेशी कंपनियों के सैन्य उपकरणों में चीनी पार्ट्स का इस्तेमाल हुआ है. यही वजह है कि सेना अब चीनी सामान के इस्तेमाल को लेकर कड़ा रुख अपना रही है.

भारत के साथ वार्ता के दौरान चीन पाकिस्तान को दे रहा था लाइव फीड

शुक्रवार (4 जुलाई) को ही एक अन्य कार्यक्रम में भारतीय सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने खुलासा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के वक्त जब पाकिस्तान के साथ DGMO स्तर की वार्ता चल रही थी, तब चीन की तरफ से पाकिस्तान को लाइव फीड दी जा रही थी. लेफ्टिनेंट जनरल सिंह के मुताबिक, चीन ने पाकिस्तान को भारत के वेक्टर्स के बारे में भी जानकारी साझा की थी. यानी चीन, पाकिस्तान को भारत के संभावित हमलों के बारे में जानकारी मुहैया करा रहा था.

भारतीय सेना के एक साथ तीन दुश्मन देशों को किया परास्त

डिप्टी चीफ के मुताबिक, इसके बावजूद भारत ने एक साथ तीन-तीन दुश्मन देशों को परास्त किया. ले. जनरल सिंह के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने न केवल पाकिस्तान बल्कि चीन और तुर्किए तक को शिकस्त दी थी. उपसेना प्रमुख का इशारा चीन और पाकिस्तान के साथ ही तुर्किए की तरफ भी था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ तुर्किए के बने ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सभी हमलों को विफल कर दिया था.

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