महाराष्ट्र भूषण पुरस्काराच्या तर्जावर ‘उद्योग रत्न’ पुरस्कार सुरु; पहिल्या पुरस्कार्थींचे नाव समोर – रतन टाटा

अजित मांढरे, प्रतिनिधि मुंबई, 27 जुलाई:
महाराष्ट्र भूषण महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। अब इसी तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार उद्योग रत्न पुरस्कार शुरू करने जा रही है। इसके पहले उद्योग रत्न पुरस्कार की घोषणा भी कर दी गई है। महाराष्ट्र सरकार का पहला उद्योग रत्न पुरस्कार उद्यमी रतन टाटा को दिया जाएगा।
पुरस्कार का स्वरूप:
महाराष्ट्र भूषण महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। 1997 में महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार के समय यह पुरस्कार शुरू किया गया था। इस पुरस्कार विजेता के लिए 31 जनवरी 2023 से पुरस्कार की राशि 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी गई है। 2012 से पहले विजेताओं को 5 लाख रुपये नकद और प्रशस्तीपत्र दिया जाता था। लेकिन सितंबर 2012 में महाराष्ट्र भूषण के मानदंडों में बदलाव किया गया और पुरस्कार राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गई। अब सरकार ने इस पुरस्कार की राशि में फिर से वृद्धि की है।
2015 में बाबासाहेब पुरंदरें को यह सम्मान मिलने के बाद यह पुरस्कार विवादों में रहा। इस बार यह पुरस्कार आप्पासाहेब धर्माधिकारी को दिया गया।
उद्योग रत्न पुरस्कार का स्वरूप अभी सामने नहीं आया है।
‘पुरस्कार वापसी’ रोकने के उपाय:
सरकार पुरस्कार वापसी की घटनाओं को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाने वाली है। परिवहन, पर्यटन और संस्कृति की संसदीय समिति ने सोमवार को संसद में ‘राष्ट्रीय अकादमी और अन्य सांस्कृतिक संस्थाओं के कार्य’ शीर्षक से रिपोर्ट प्रस्तुत की। वाईएसआर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी की अध्यक्षता वाली समिति ने कहा कि, “समिति ने सुझाव दिया है कि जब भी कोई पुरस्कार दिया जाए, तो प्राप्तकर्ता की सहमति अवश्य ली जानी चाहिए, ताकि वह राजनीतिक कारणों से पुरस्कार वापस न करे, क्योंकि यह देश के अपमान की बात होगी।”
समिति के प्रमुख सदस्यों में डॉ. सोनल मान सिंह, मनोज तिवारी, छेड़ी पहलवान, दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’, तीरथ सिंह रावत, रजनी पाटील, तापीर गाओ और राजीव प्रताप रूडी शामिल थे।