स्वास्थ्य

“पानी पीने की आदतें: ठंडा पानी या गर्म पानी – डॉक्टर हंसा योगेंद्र ने सुबह के स्वास्थ्य के बारे में साझा किया।”

सुबह की अच्छी आदतें:

सकाळ उठते ही पानी पीने की सलाह कई लोग देते हैं। इससे शरीर को अनेक लाभ होते हैं। अधिकांश लोगों को यह पता है। लेकिन सवाल उठता है कि सुबह खाली पेट कितनी मात्रा में पानी पीना चाहिए? सुबह पानी ठंडा, गरम या सामान्य तापमान का पीना चाहिए? प्रसिद्ध योगगुरु एवं लेखिका डॉ. हंसा योगेंद्र ने इस विषय पर विस्तृत जानकारी दी है। इसलिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि वास्तव में किस प्रकार का पानी पीना चाहिए।

योगगुरु क्या कहते हैं?

डॉ. हंसा योगेंद्र स्पष्ट करते हैं कि सुबह उठते ही वयस्क व्यक्ति को लगभग 250 से 500 मिलीलीटर पानी पीना चाहिए। यह तरीका न केवल शरीर को हाइड्रेट करता है बल्कि पाचन शक्ति को भी सुधारता है। पानी पीने से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और मेटाबोलिज़्म बढ़ता है। इसके अलावा यह मन और शरीर को ऊर्जा देने में भी सहायक होता है।

गरम या ठंडा पानी किसे पीएं?

इस प्रश्न के संबंध में योगगुरु कहते हैं कि जिस पानी को आप पीते हैं, उसका तापमान भी बहुत महत्वपूर्ण है। सुबह गुनगुना या कमरे के तापमान का पानी पीना उचित होता है। रात की नींद के बाद, सुबह शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। इसलिए सुबह गुनगुना पानी पीना बेहतर होता है। ठंडा पानी पाचन शक्ति को कमजोर कर सकता है और पेट की क्रिया धीमी कर सकता है।

सुबह इस प्रकार पानी पिएं:

  • पानी पीने के लिए एक गिलास या कप का प्रयोग करें और धीरे-धीरे पिएं।

  • पानी पीने से पहले दांत न ब्रश करें; इससे पाचन में सुधार होता है।

  • बैठकर पानी पिएं, खड़े होकर नहीं।

  • अच्छे परिणामों के लिए, पानी में नींबू, पुदीना, खीरा या अदरक के टुकड़े डाल सकते हैं। यह शरीर को विषमुक्त करने में मदद करता है।

डॉ. हंसा योगेंद्र के अनुसार, उठते ही पानी पीना एक सरल और प्रभावशाली आयुर्वेदिक आदत है। यह शरीर को हाइड्रेट करता है, पाचन शक्ति सुधारता है, विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है और पूरे दिन के लिए शरीर को ऊर्जा देता है। ऐसे में आप आज से ही प्रतिदिन सुबह सही मात्रा में और सही तरीके से पानी पीने की आदत अपना सकते हैं।

सामान्य प्रश्न (FAQ)

सकाळ कितनी मात्रा में गरम पानी पीना चाहिए?
सामान्यतः 1-2 गिलास (लगभग 250-500 मिलीलीटर) पर्याप्त होता है। आपके शरीर की आवश्यकता (वजन, व्यायाम आदि) के अनुसार यह बदल सकता है। अधिक पानी पीने से बचें ताकि बार-बार मूत्राशय की समस्या न हो।

गरम पानी कैसे तैयार करें और कब पिएं?

  • तैयारी: साधारण गरम पानी (40-50° सेल्सियस) का उपयोग करें। इसमें लाभ के लिए नींबू, शहद या अदरक मिला सकते हैं।

  • समय: सुबह उठते ही, ब्रश करने के बाद और नाश्ते से पहले। रात को सोने से 2 घंटे पहले पीएं ताकि नींद पर असर न पड़े।

गरम पानी और ठंडे पानी में क्या अंतर है?
गरम पानी पाचन और रक्त संचार के लिए अच्छा होता है, जबकि ठंडा पानी प्यास बुझाता है लेकिन पाचन पर असर डाल सकता है। सुबह गरम पानी भोजन पचाने के लिए अधिक प्रभावशाली होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button