राजनीति

मोदी ने पुकारा नहीं, नीतीश ने ‘आयोग’ से दुलारा नहीं… बिफरे उपेंद्र कुशवाहा का इशारा- ‘तुम्हें’ भी ले डूबेंगे

Upendra Kushwaha News : बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। उपेंद्र कुशवाहा अपनी मांगों को लेकर दबाव बना रहे हैं। चिराग पासवान भी 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। इससे एनडीए में हलचल मची हुई है।

पटना: बिहार में एनडीए की राजनीति इन दिनों हिस्सेदारी के रथ पर सवार है। हो यह रहा है कि ज्यादा से ज्यादा सीटों को ले कर दबाव की राजनीति का रंग कुछ इतना गहरा हो जाता है कि राजनीतिक गलियारों में इसे गठबंधन में मतभेद माने जाने लगा है। इन दिनों हिस्सेदारी के सवाल पर कुछ ऐसे विरोध के सुर NDA के साथी दल उठने लगे है। इसी की एक कड़ी है Upendra Kushwaha का ताजा रुख।

Upendra Kushwaha हैं बिफरे हुए

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा कुछ दिन पहले भी अपनी नाराजगी का संकेत दिया था। तब उन्होंने एक जनसभा में संकेत भी दिया था। तब उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों-इशारों में एनडीए नेताओं को खूब खरी-खोटी सुनाई थी। कहा था कि ‘कुछ लोग उपेंद्र कुशवाहा को कद्दू की बत्ती समझते हैं कि उंगली दिखाएंगे और गल जाएगा। उपेंद्र कुशवाहा किसी के उंगली दिखाने से गलने वाला नहीं है, क्योंकि आपकी ताकत साथ है। पिछले अनुभव से सबक लेकर आगे के लिए रास्ता दुरुस्त रखना है। कुछ लोगों में गलतफहमी आ गई थी। हम लोग जब एक ही नाव पर सवार हैं तो अकेले उपेंद्र कुशवाहा कैसे डूबेगा? उपेंद्र कुशवाहा डूबेगा तो आप भी डूबेंगे।’

नाराजगी की वजह क्या ?

दरअसल, पहले तक तो नाराजगी के सुर में सीटों की हिस्सेदारी को ले कर दबाव बनाना भर था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय लोक मोर्चा कम से कम 15 सीटों को जीतने के अनुकूल मानती है। पर भीतरी सूत्र यह बताते हैं कि पार्टी का मानना है कि उनका जनाधार ज्यादा है। इसलिए अन्य साथी दलों से कमतर न आंका जाए। परन्तु लोकसभा और विधानसभा में प्रतिनिधित्व नहीं रहने के कारण वो Bihar Vidhansabha Chunav  में 5 सीटों पर भी राजी हो जाएंगे।

पीएम मोदी ने नहीं लिया नाम

पर इन दिनों नाराजगी का एक नया स्वर दिखा भी। पीएम मोदी की बिक्रमगंज वाली रैली में उपेंद्र कुशवाहा को वैसी सीट नहीं मिली जैसी उन्हें उम्मीद थी। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से उपेंद्र कुशवाहा का नाम भी नहीं लिया। एक तो करैला ऐसे ही कड़वा, ऊपर से चढ़ गया नीम। समझिए ऐसे कि पहले पीएम मोदी ने नाम नहीं लिया और उसके बाद सीएम नीतीश ने किसी भी आयोग या कमिटी में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के किसी नेता को शामिल नहीं किया। इससे भी कुशवाहा को झटका लगा है।

चिराग के भी बदले तेवर

उधर लोजपा(आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री Chirag Paswan Ji एक बार फिर चर्चा में हैं। वो खुद इशारों में ये बात रह रहे हैं कि वो बिहार विधानसभा चुनाव 2025 लड़ सकते हैं। दिलचस्प यह है कि इस चर्चा के स्रोत खुद हैं। साथ ही इसके वे लाचारी भी व्यक्त करते हैं कि अगर पार्टी कहेगी तो चुनाव लड़ेंगे। NDA की राजनीति में चिराग पासवान के इस बयान से भूचाल आ गया है। चर्चा यह छिड़ गई है कि कही चिराग सीएम की रेस में तो नहीं?

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