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India and four European countries sign free trade agreement | भारत-यूरोप के 4 देशों में फ्री…


2 घंटे पहले

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भारत और यूरोप के 4 देशों के बीच 10 मार्च को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हुआ था।

भारत और यूरोप के चार देशों (स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन) के समूह EFTA के बीच हुआ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) बुधवार से लागू हो गया। यह भारत का इन चार विकसित यूरोपीय देशों के साथ पहला FTA है।

समझौते की खास बात यह है कि इसमें पहली बार निवेश और रोजगार से जुड़ी बाध्यकारी प्रतिबद्धता शामिल है। यानी ये चारों देश अगले 15 साल में भारत में 100 अरब डॉलर (करीब 8.86 लाख करोड़ रुपए) निवेश करेंगे। इससे प्रत्यक्ष रूप से करीब 10 लाख नौकरियां पैदा होंगी।

EFTA ने देश के 99.6 फीसदी निर्यात (92 फीसदी टैरिफ लाइनों) पर शुल्क छूट दी है। भारत ने भी 82.7 फीसदी टैरिफ लाइनों पर रियायतें दीं। हालांकि फार्मा, मेडिकल डिवाइसेज, प्रोसेस्ड फूड, डेयरी, सोया, कोल और कुछ कृषि उत्पादों जैसे संवेदनशील सेक्टर को इस समझौते में सुरक्षा दी गई है।

गोल्ड पर कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि भारत का 80% से ज्यादा EFTA से इंपोर्ट गोल्ड का ही होता है। आईटी, शिक्षा, बिजनेस सेवाएं और ऑडियो-विजुअल सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा। नर्सिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंसी और आर्किटेक्चर जैसे क्षेत्रों में समझौते से भारतीय पेशेवरों को नए अवसर मिलेंगे।

7 पॉइंट्स, जिनका आप पर सीधा असर

  1. क्या-क्या सस्ता होगा: आयात पर लगने वाले शुल्क (टैरिफ) घटने से कई यूरोपीय उत्पाद भारतीय बाजार में सस्ते मिलेंगे। भारत में स्विट्जरलैंड की वाइन, चॉकलेट, कपड़े, बिस्किट, अंगूर, ड्राय फ्रूट्स, सब्जियां, कॉफी और घड़ियों जैसे कई प्रोडक्ट सस्ते हो जाएंगे।
  2. किन भारतीय उत्पादों की विदेश में मांग बढ़ेगी: चावल, दालें, फल (आम, अंगूर), कॉफी, चाय, समुद्री उत्पाद, कपड़ा, खिलौने और इंजीनियरिंग सामान जैसे भारतीय उत्पाद यूरोपीय बाजारों में अधिक बिकेंगे। इससे किसानों, छोटे उद्योगों और निर्यातकों को लाभ।
  3. तकनीक में क्या लाभ: यूरोप की उन्नत तकनीक भारत में आएगी। जैसे-नवीकरणीय ऊर्जा, मेडिकल रिसर्च, स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक्स। जीवन स्तर सुधरेगा भारत वैश्विक स्तर पर तकनीकी रूप से मजबूत बनेगा।
  4. किन सेक्टर को लाभ: भारत के इंजीनियरिंग गुड्स, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, केमिकल्स और प्लास्टिक प्रोडक्ट्स को भी इस समझौते से फायदा मिलेगा।
  5. कहां ड्यूटी हटेगी: भारत अगले 5 साल में कॉड लिवर ऑयल, फिश बॉडी ऑयल और स्मार्टफोन पर ड्यूटी खत्म करेगा। 7 साल में ऑलिव ऑयल, कोको, कॉर्न फ्लेक्स, इंस्टेंट टी, मशीनरी, साइकिल पार्ट्स, घड़ियों आदि पर ड्यूटी हटेगी। 10 साल में एवोकाडो, एप्रिकॉट, कॉफी, चॉकलेट और मेडिकल इक्विपमेंट्स पर भी ड्यूटी खत्म हो जाएगी।
  6. सर्विस सेक्टर में कहां लाभ मिल सकता है: भारत ने ईएफटीए को 105 सब-सेक्टर्स में एक्सेस दिया है, जबकि भारत को स्विट्जरलैंड से 128, नॉर्वे से 114, लिकटेंस्टीन से 107 और आइसलैंड से 110 सब-सेक्टर्स में बेहतर एक्सेस मिला है।
  7. फिल्मों को कैसे लाभ: भारतीय फिल्म, ओटीटी, संगीत और गेमिंग कंपनियों के लिए भी यूरोपीय बाजार खुलेगा। बॉलीवुड और भारतीय डिजिटल कंटेंट की ग्लोबल पहुंच और राजस्व बढ़ेगा। क्रिएटिव इंडस्ट्री में कलाकारों और प्रोडक्शन हाउसेज के लिए भी मौकों के नए दरवाजे खुलेंगे।

भारत 16 देशों से FTA साइन कर चुका

भारत ने अब तक 16 देशों/ब्लॉक्स के साथ FTA साइन किए हैं। इनमें श्रीलंका, भूटान, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, कोरिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, यूके, मॉरीशस और आसियान शामिल हैं। 2014 के बाद भारत ने 5 FTA किए हैं- मॉरीशस, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, EFTA और यूके के साथ। इसके अलावा अमेरिका, ओमान, यूरोपीय यूनियन, पेरू, चिली, न्यूजीलैंड और इजराइल के साथ भी भारत मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत कर रहा है।ॉ

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