उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की बैठक ने ‘दीपोत्सव’ को और भव्य बना दिया।

महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण साबित हुआ। शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव बालासाहेब ठाकरे और मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे की पिछले कुछ दिनों में आज सातवीं बैठक हुई। मनसे की ओर से दादर के शिवाजी पार्क मैदान में आयोजित कार्यक्रम में यह मुलाकात हुई।
संध्या करीब छह बजे उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के शिवतीर्थ बंगले पर पहुंचे। उद्धव ठाकरे के साथ उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे, पुत्र तेजस ठाकरे और विधायक आदित्य ठाकरे भी उपस्थित थे। ठाकरे परिवार की इस मुलाकात के बाद लगभग एक घंटे में वे परिवार सहित शिवाजी पार्क की ओर रवाना हुए।
इस दीपोत्सव कार्यक्रम में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे क्या बोलेंगे, इस पर राजनीतिक हलकों की नजरें थी। हालांकि, इस कार्यक्रम में राजनीतिक टिप्पणी नहीं की गई।
कार्यक्रम के उद्घाटन के समय मनसे की ओर से उद्धव ठाकरे के परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने केवल दो-तीन वाक्य बोलकर अपना मनोगत व्यक्त किया और मंच से नीचे लौट गए। इसने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया।
उद्धव ठाकरे का मनोगत:
“उपस्थित सभी भाइयों, बहनों और माताओं, दिवाली की सभी को शुभकामनाएँ! आज की दिवाली विशेष और अलग है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि मराठी व्यक्ति की एकजुटता और उस एकजुटता की ज्योति सभी के जीवन में आनंद लेकर आएगी। ऐसे ही सभी आनंद और प्रकाश में रहें। सभी को खुशियाँ देते रहें। एक बार फिर शुभकामनाएँ। जय हिंद। जय महाराष्ट्र।”
राज ठाकरे ने इस अवसर पर अपना मनोगत व्यक्त नहीं किया। दिवाली के अवसर पर ठाकरे भाइयों ने सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बनाए रखते हुए राजनीतिक चर्चा से परहेज किया।