राजन तेली एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हुए, उद्धव ठाकरे के लिए कोकण में बड़ा झटका।

सिंधुदुर्ग के ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक राजन तेली ने दशहरे के दिन उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में प्रवेश किया है। गोरेगांव के नेस्को मैदान में हुए शिंदे गुट के दशहरा मेले में उनका पार्टी प्रवेश संपन्न हुआ।
कोकण को शिवसेना का बलेकिला माना जाता है। इस बलेकिले में पिछले कुछ दिनों में ठाकरे गुट को लगातार झटके लगे हैं। कई स्थानीय नेताओं ने ठाकरे की साथ छोड़कर शिंदे गुट में प्रवेश किया है। अब राजन तेली ने भी धनुष-बाण उठाया है। नारायण राणे के कट्टर समर्थक से लेकर कट्टर विरोधक तक का राजन तेली का राजनीतिक सफर रहा है।
विधानसभा में केसरकर द्वारा राजन तेली का पराजय
नारायण राणे के एक समय के समर्थक रहे तेली ने 2024 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर उद्धव ठाकरे की शिवसेना में प्रवेश किया था। पार्टी प्रवेश के बाद उद्धव ठाकरे ने राजन तेली को सावंतवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन उन्हें शिवसेना के दीपक केसरकर से पराजय का सामना करना पड़ा। इसके बाद वे ठाकरे गुट के सक्रिय नेता के रूप में कार्यरत रहे, लेकिन दशहरे के मेले के दिन उन्होंने एकनाथ शिंदे का नेतृत्व स्वीकार किया।
राणे के कट्टर समर्थक से विरोधी तक का सफर
शिवसेना में राजनीति की शुरुआत करने वाले राजन तेली ने नारायण राणे के साथ शिवसेना छोड़ दी। फिर वे कांग्रेस में गए। नारायण राणे के कट्टर समर्थक से लेकर विरोधी तक का उनका यह सफर रहा है। कांग्रेस के बाद वे भाजपा में शामिल हुए। पिछले साल अक्टूबर में उन्होंने भाजपा को अलविदा कहा। फिर ठाकरे की शिवसेना में गए और अब शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं।
राजन तेली कौन हैं?
-
राजन तेली का जन्म 25 जून 1970 को कुडाळ तालुका के घोडगे गांव में हुआ।
-
1985 में उन्होंने कणकवली कॉलेज में विद्यार्थी सेना का प्रतिनिधित्व किया।
-
1988 में सिंधुदुर्ग जिले में कणकवली में शिवसेना शाखाप्रमुख बने।
-
1991 में उन्हें शिवसेना का जिल्हाप्रमुख नियुक्त किया गया।
-
1995 में उन्होंने जिला परिषद, सिंधुदुर्ग के जिल्हाध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
-
1997 में उन्हें कोकण सिंचन महामंडल का उपाध्यक्ष बनाया गया।
-
2005 में राणे के साथ शिवसेना में “जय महाराष्ट्र” अभियान किया और फिर राणे के साथ राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रवेश किया।
-
2007 में वे विधान परिषद के सदस्य बने।
-
2012 में सिंधुदुर्ग जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन रहे।
-
2016 में भाजपा ने उन्हें राज्य सचिव पद दिया।
-
2020 में भाजपा सिंधुदुर्ग जिलाध्यक्ष बने।
-
2014 विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा से चुनाव लड़ा, लेकिन शिवसेना के दीपक केसरकर से पराजित हुए।
-
2019 में विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन था। सावंतवाड़ी विधानसभा क्षेत्र का टिकट शिवसेना को मिला, और दीपक केसरकर उम्मीदवार बने। राजन तेली ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और पराजय का सामना किया।
राजन तेली का राजनीतिक सफर विभिन्न दलों और गुटों के बीच झूलता रहा है, और अब वे शिंदे गुट के नेतृत्व में शामिल हो गए हैं।